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श्री सुनील कुमार सिन्हा ने 03.05.2023 से SPMCIL के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया है।

माननीय प्रधान मंत्री ने स्मारक डाक टिकट और फर्स्ट डे कवर लॉन्च किया

माननीय प्रधान मंत्री द्वारा 18 मार्च, 2023 को बाजरा के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष 2023 पर स्मारक सिक्का जारी किया गया

श्री अजय अग्रवाल, निदेशक (वित्त) और सीएफओ, एसपीएमसीआईएल को पीएसयू के सर्वश्रेष्ठ सीएफओ, गोल्ड अवार्ड से सम्मानित किया गया है।

नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, दिल्ली (उपक्रम-2) के तत्वावधान में दो दिवसीय “राजभाषा उत्सव”

SPMCIL के निदेशक (HR) द्वारा विश्व बैंकनोट शिखर सम्मेलन-2023 को संबोधित करते हुए

SPMCIL ने वर्ल्ड एचआरडी कांग्रेस में "सर्वश्रेष्ठ सीएसआर प्रथाओं" के लिए पुरस्कार जीता

एसपीएमसीआईएल ने सीएसआर पहल के तहत टेरी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए

माननीय प्रधान मंत्री द्वारा दिल्ली एनसीसी कार्यक्रम में 75 रुपये का विशेष सिक्का जारी किया गया

SPMCIL कॉर्पोरेट कार्यालय के निर्माण के लिए आवंटित भूमि का भूमिपूजन

Commemorative Coins &
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प्रेस

चलार्थ पत्र मुद्रणालय, नासिक

बैंक नोट प्रेस, देवास

Security Printing Press (Hyderabad)

प्रतिभूति कागज कारखाना, नर्मदापुरम

भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक

टकसाल

भारत सरकार टकसाल, मुंबई

भारत सरकार टकसाल, कोलकाता

भारत सरकार टकसाल, हैदराबाद

भारत सरकार टकसाल, नोएडा

फोटो गैलरी

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हमारी विरासत

भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निमार्ण निगम लिमिटेड, हांलाकि एक नया निकाय है, पंरतु जिन इकाइयों के मिलन से इसका उदय हुआ है उनका उदय इस देश में प्रतिभूति मुद्रण और टकसाल के क्षेत्र में एक लंबा और समृद्ध इतिहास रहा है।

18वीं शताब्‍दी- कोलकाता टकसाल में सिक्‍कों की ढलाई आरंभ हुई। सन 1790 में इंग्‍लैंड से आधुनिक मशीन मंगाई गई। इन टकसालों में चांदी, सोने और पीतल के सिक्‍कों की ढलाई कराई जाती थी।

1918-मुंबई टकसाल को वर्ष 1918 में लंदन शाही टकसाल की शाखा घोषित किए जाने पर ब्रिटेन की स्‍वर्ण मुद्राएं ढाली गई थी।