



पूर्व वर्षों की भांति भारत सरकार, गृह मंत्रालय के राजभाषा विभाग द्वारा हिंदी दिवस तथा पांचवें अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन का उद्घाटन माननीय गृह एवं सहकारिता मंत्री, भारत सरकार के कर कमलों द्वारा सामूहिक रूप से दिनांक 14.09.2025 को गांधीनगर, गुजरात में किया गया। इस आयोजन में एसपीएमसीआईएल निगम कार्यालय सहित नियंत्रणाधीन सभी इकाइयों के प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभागिता सुनिश्चित की गई।
एसपीएमसीआईएल, निगम कार्यालय में वरिष्ठ प्रबंधन के निदेशानुसार इस अवसर पर कई नई एवं सृजनात्मक प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिनमें मुख्य रूप से निगम कार्यालय के आस-पास के प्रतिष्ठित विद्यालयों के छात्रों के लिए हिंदी निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की गई।
सभी प्रतियोगिताओं में अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक, निदेशक (मानव संसाधन) की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिन्होंने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया तथा कार्यक्रम को अधिक प्रेरणादायक एवं उपयोगी बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
हिंदी पखवाड़ा 2025 के अंतर्गत आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के लिए राजभाषा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन दिनांक 13 अक्तूबर 2025 को अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक की अध्यक्षता में किया गया। इस अवसर पर निगम की गृह राजभाषा पत्रिका “अभिव्यक्ति” के छठे अंक का विमोचन सभी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सामूहिक रूप से किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ग्रीन फील्ड्स स्कूल, नई दिल्ली की छात्राओं द्वारा हिंदी साहित्य की कालजयी रचना “रश्मिरथी” पर प्रस्तुत एक सजीव एवं भावनात्मक नाट्य-प्रदर्शन से हुई, जिसने सभी उपस्थितों को भावविभोर कर दिया।
समारोह के दौरान एसपीएमसीआईएल निगम कार्यालय एवं सभी इकाइयों में आयोजित हिंदी पखवाड़ा 2025 की गतिविधियों की संक्षिप्त प्रस्तुति भी दी गई। प्रतियोगिताओं के सभी विजेता छात्राओं एवं नियमित एवं संविदा कार्मिकों को अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक, निदेशक (मानव संसाधन), निदेशक (वित्त) तथा मुख्य सतर्कता अधिकारी की गरिमामयी उपस्थिति में प्रमाण-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्य सतर्कता अधिकारी, निदेशक(वित) एवं निदेशक(मानव संसाधन) ने अपने संबोधन में सभी विजेताओं को बधाई दी तथा राजभाषा टीम द्वारा हिन्दी पखवाड़े के सफल आयोजन के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की ।
अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक ने विजेताओं को बधाई दी, “रश्मिरथी” की प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए छात्रों का आभार व्यक्त किया और हिंदी को राष्ट्र की एकता, संस्कृति एवं प्रशासनिक सशक्तिकरण का प्रतीक बताया। साथ ही, उन्होंने राजभाषा अनुभाग द्वारा की गई व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए आयोजन को सफल और प्रेरणादायक बताया। कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित अधिकारियों, प्रतिभागियों एवं सहयोगी कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ किया गया।




